सड़क से हवा तक जेवर-आइजीआइ एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी का सुझाव
दोनों एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए राइट्स ने मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट पर सौंपी रिपोर्ट
ग्रेटर नोएडा : आइजीआइ (इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट) को वाया तुगलकाबाद जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ा जा सकता है। तुगलकाबाद से नोएडा सेक्टर 142 को मेट्रो से जोड़ने के लिए 15 किमी लंबे ट्रैक के निर्माण की जरूरत होगी। नॉलेज पार्क दो एक्वा लाइन स्टेशन से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक मेट्रो की डीपीआर पहले ही यमुना प्राधिकरण डीएमआरसी से तैयार करा चुका है।
राइट्स ने आइजीआइ एयरपोर्ट से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मेट्रो कनेक्टिविटी देने के लिए इस रूट का सुझाव दिया है। दोनों एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए सड़क व हैलीकाप्टर सेवा का भी सुझाव दिया है। रैपिड ट्रेन से कनेक्टिविटी को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम ने अव्यवहारिक बताया है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 2023-24 में व्यावसायिक हवाई सेवा की शुरुआत होगी। शुरुआत में सालाना एक करोड़ बीस लाख यात्री जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मिलने का अनुमान है। सबसे अधिक यात्री दिल्ली, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर समेत एनसीआर से होंगे। आइजीआइ एयरपोर्ट समेत दिल्ली एनसीआर से जेवर एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी देने के लिए मेट्रो, रैपिड ट्रेन, सड़क आदि का ढांचा तैयार होगा। यमुना प्राधिकरण ने एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए ट्रांसमॉडल पर राइट्स से सुझाव मांगे थे। राइट्स अपनी रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंप दी है।
आइजीआइ एयरपोर्ट जेवर एयरपोर्ट वाया तुगलकाबाद : दिल्ली में एयरो सिटी से तुगलकाबाद तक एक्सप्रेस मेट्रो ट्रैक का निर्माण हो रहा है। इस मेट्रो को नोएडा सेक्टर 142 में एक्वा लाइन मेट्रो से जोड़कर जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी देने का राइट्स ने सुझाव दिया है। दोनों स्टेशन को जोड़ने के लिए करीब पंद्रह किमी का ट्रैक बनाना होगा। नॉलेज पार्क दो एक्वा मेट्रो स्टेशन से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक मेट्रो के लिए यमुना प्राधिकरण पहले ही डीएमआरसी से डीपीआर तैयार करा चुका है। प्रदेश सरकार ने इस रिपोर्ट को अध्ययन के लिए एनएमआरसी को भेजा है। आइजीआइ-जेवर एयरपोर्ट मेट्रो रूट करीब 68 किमी लंबा होगा। इस रूट पर एक्सप्रेस मेट्रो चलेगी, जो चुनिंदा स्टेशन पर रुकेगी। यह दूरी चालीस से पचास मिनट में पूरी होगी।
रैपिड ट्रेन के लिए शासन स्तर पर होगी वार्ता
जेवर एयरपोर्ट को दिल्ली मेरठ रैपिड कॉरिडोर से कनेक्टिविटी देने को एनसीआरटीसी ने अव्यवहारिक बताया है। यमुना प्राधिकरण ने एनसीआरटीसी को दिल्ली मेरठ रैपिड कॉरिडोर के अशोक नगर स्टेशन से जेवर एयरपोर्ट रैपिड कॉरिडोर की संभावनाएं तलाशने के लिए कहा था। एनसीआरटीसी के रुख के बाद शासन स्तर से इस पर वार्ता हो सकती है। यह कॉरीडोर करीब 65 किमी लंबा होगा। इसके बनने से आइजीआइ, दिल्ली, मेरठ से यात्री सीधे जेवर एयरपोर्ट कम समय में पहुंच जाएंगे।+
Courtesy:- https://epaper.jagran.com/epaper/13-dec-2019-241-noida-edition-noida-page-23.html#
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