एयरपोर्ट की बिड में अधिकतम छह कंपनियां ही होंगी सफल
ग्रेटर नोएडा : जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तकनीकी बिड में अधिकतम छह कंपनियां ही सफल हो सकेंगी। फाइनेंशियल बिड में इनमें से एक कंपनी का अंतिम रूप से चयन किया जाएगा। चयनित कंपनी एयरपोर्ट का निर्माण एवं संचालन करेगी। एयरपोर्ट के लिए अभी तक बीस कंपनियां बिड प्रपत्र खरीद चुकी हैं। हालांकि अभी तक एक भी कंपनी की ओर से बिड नहीं डाली गई है। बता दें कि बिड जमा करने की अंतिम तिथि तीस अक्टूबर है।
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट(Jewar Airport Projects) को लेकर देश विदेश की कंपनियों की निगाहें लगी हैं। बिड खरीदने वाली कंपनियों में से चार विदेशी कंपनियां हैं। जबकि देश की सभी प्रमुख कंपनियां जेवर एयरपोर्ट की बिड में रुचि दिखा रही हैं। इससे एयरपोर्ट की बिड को लेकर कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है। छह नवंबर को तकनीकी बिड खुलेगी। नियमानुसार इसमें अधिकतम छह कंपनियां ही सफल हो सकती है।
अगर बिड करने वाली कंपनियों की संख्या इससे कम रही तो सभी को फाइनेंशियल बिड में शामिल होने का मौका मिल जाएगा। वहीं, 29 नवंबर को फाइनेंशियल बिड खुलेगी। जेवर एयरपोर्ट से राजस्व बंटवारे को लेकर नई शुरूआत की जा रही है। प्रदेश सरकार व एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी के बीच राजस्व का बंटवारा प्रति यात्री के हिसाब से किया जाएगा। इससे राजस्व सरकार को फायदा होगा।
इसके साथ ही एयरपोर्ट के निर्माण एवं संचालन के लिए कंपनियां समूह बनाती हैं तो उन्हें बिड में शामिल होने से पहले इसे गठित करना होगा। इसके साथ ही निर्माण एवं रखरखाव के लिए वह किस कंपनी के साथ अनुबंध करेंगी, उसका खुलासा भी बिड में करना होगा। देश में बने एयरपोर्ट की बिड में शामिल कंपनियों के लिए अभी तक यह सुविधा थी, कि वह बिड में सफल होने के बाद समूह गठित या निर्माण एजेंसी का चयन कर सकती थी। पहले से इसकी जानकारी देने की बाध्यता नहीं थी। लेकिन जेवर एयरपोर्ट की बिड में इन नियमों में बदलाव किया गया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (नियाल) के अधिकारियों का दावा है कि इससे जेवर एयरपोर्ट का विश्व स्तरीय बनाने में मदद मिलेगी।
Courtesy:- https://epaper.jagran.com/epaper/19-oct-2019-241-noida-edition-noida-page-32.html
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