जीबीयू को एसआइए रिपोर्ट के लिए मिला दो माह का अतिरिक्त समय



ग्रेटर नोएडा : जेवर बांगर गांव में जमीन अधिग्रहण के लिए सामाजिक समाघात निर्धारण रिपोर्ट एसआइए तैयार की जा रही है। रिपोर्ट तैयार करने के लिए गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने शासन को पत्र भेजकर दो माह का अतिरिक्त समय मांगा था। शासन ने विश्वविद्यालय को अतिरिक्त समय देते हुए 24 दिसंबर तक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। अधिगृहीत जमीन पर जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से प्रभावित परिवारों का पुनर्वास किया जाएगा।

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए दयानतपुर, रन्हेरा, किशोरपुर, रोही, पारोही व बनबारीवास गांव में 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की जा रही है। जिला प्रशासन अस्सी फीसद जमीन का कब्जा यमुना प्राधिकरण को सौंप चुका है। एयरपोर्ट से करीब आठ हजार से अधिक परिवार प्रभावित हो रहे हैं। इनमें से 3600 परिवार जेवर बांगर गांव के नजदीक विस्थापित किए जाएंगे। बसावट से पहले वहां सड़क, सीवर, पेयजल पाइप लाइन, बिजली, स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक भवन, धार्मिक स्थल समेत सभी ढांचागत सुविधाएं विकसित होंगी। प्रभावित परिवारों को मौजूदा भवन क्षेत्रफल का पचास फीसद आकार का भूखंड जेवर बांगर में दिया जाएगा।

जिला प्रशासन एयरपोर्ट प्रभावित परिवारों की बसावट के लिए जेवर बांगर गांव की 48.097 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत करेगा। अधिग्रहण प्रक्रिया के तहत सामाजिक समाघात निर्धारण रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसकी जिम्मेदारी गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय को सौंपी गई है।

विश्वविद्यालय ने रिपोर्ट तैयार करने के लिए दो माह का अतिरिक्त समय मांगा था। विश्वविद्यालय के इस अनुरोध को शासन ने स्वीकार करते हुए दो माह का अतिरिक्त समय दे दिया है। यह रिपोर्ट 24 दिसंबर तक शासन को सौंपनी होगी। इसके बाद ही जमीन का अवार्ड व मुआवजा वितरण आदि की कार्यवाही शुरू होगी।

Courtesy:-  https://epaper.jagran.com/epaper/05-nov-2019-241-noida-edition-noida-page-19.html#

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