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Showing posts from September, 2019

JEWAR AIRPORT: 75 PER CENT LAND ACQUIRED FOR PHASE 1

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The 82-hectare land was acquired from Dayanatpur village and transferred to the Yamuna Expressway Industrial Development Authority (YEIDA), the nodal agency for the airport, officials said. The Gautam Buddh Nagar administration on Saturday acquired another 82-hectare of land from farmers for the upcoming Jewar airport, completing 75 percent of required acquisition for the first phase of the project. The 82-hectare land was acquired from Dayanatpur village and transferred to the Yamuna Expressway Industrial Development Authority (YEIDA), the nodal agency for the airport, officials said.  "So far 923-hectare of the 1,239-hectare required for the first phase of the Greenfield International Airport has been acquired and transferred to YEIDA," District Magistrate BN Singh said, according to an official statement. The development comes five days after 44 villagers in Jewar were arrested over their protest and planned blockade of a toll plaza, Yamuna Expressway, and loca...

Jewar airport in Greater Noida faces connectivity challenges

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The world's fourth and India's largest proposed airport at Jewar area of Greater Noida is facing connectivity challenges. The proposed airport, for which over 70 percent of land acquisition is done, is about 89 kilometers from the Indira Gandhi International Airport -the only international airport in the national capital region. With such a massive distance, the travel time varies from two to three hours, depending on the traffic conditions. At present, one has to cross Delhi, Noida and Greater Noida to reach Jewar through the Yamuna Expressway. The authorities concerned have chalked out a plan for the metro connectivity, but because of many stations, the travel time remained somewhat similar to that of the road transport. "Primary plan for the metro connectivity of the proposed airport from Delhi has nearly 35 stops. With these many stops the metro to the airport will turn out to be a usual metro train and it will take around one and a half to two...

JEWAR INTERNATIONAL AIRPORT TO BE INDIA’S LARGEST AIRPORT WITH 6 TO 8 RUNWAYS; DETAILS HERE

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J ewar International Airport news: The upcoming Jewar International Airport in Uttar Pradesh will be the country’s largest airport once the ambitious infrastructure project is completed. Jewar International Airport news: The upcoming Jewar International Airport in Uttar Pradesh will be the country’s largest airport once the ambitious infrastructure project is completed. The Jewar airport will boast of six to eight runways, making it the largest airport in the country. According to officials quoted in a PTI report, the Jewar airport will be completed with multiple functional runways, around six to eight in total, and this will happen for the first time in India. The entire Jewar airport will be spread over an area of 5,000 hectares and the total cost of the airport project is estimated at Rs 15,754 crore. The J ewar International Airport project is being implemented by the Yamuna Expressway Industrial Development Authority (YEIDA) on behalf of the Uttar Pradesh government. T...

WITH SIX RUNWAYS, JEWAR SET TO BE INDIA’S LARGEST AIRPORT

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GREATER NOIDA: The upcoming Jewar Airport will have six runways, which would make it the largest airport in India once completed. This was announced by Yamuna Authority CEO Arun Vir Singh on Wednesday. Currently, Delhi’s Indira Gandhi International (IGI) airport is the only one in the country to have three runaways.  When finished, Jewar Airport will also be counted along with two of the largest airports in the world — O’Hare International Airport in Chicago, which is spread over 7,200 acres and has eight runways, and Dallas/Fort Worth International Airport in the US state of Texas that has seven runways. “Some 5,000 hectares in Jewar is earmarked as an aviation hub in Yamuna Expressway Industrial Development Authority’s (YEIDA) master plan. Everything, including the six runways, will fall within these 5,000 hectares designated for the airport. After completion, Jewar will definitely become India’s largest airport,” CEO Singh said. The formal announcement by YEIDA come...

जेवर एयरपोर्ट के लिए रिलांयस, अडाणी जैसी कंपनियों ने लगाई बोली

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2023 तक जेवर एयरपोर्ट का पहला चरण हो जाएगा पूरा एयरपोर्ट को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया जा रहा है नई दिल्ली . उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक हुई। कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए प्रदेश सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा व मंत्री सुरेश राणा ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट के विकास के लिए 19 कंपनियों ने बोली लगाई है। यह तकनीकी बोली 6 नवंबर को खुलेगी। प्रवक्ता के मुताबिक, हवाई अड्डे का विकास कार्य 2020 में शुरू होने की उम्मीद है और 2023 तक पहला चरण पूरा हो जाएगा। 2023 तक जेवर एयरपोर्ट का पहला चरण हो जाएगा पूरा बोली लगाने वालों में जीएमआर, रिलायंस, अडाणी जैसी कंपनियां शामिल है। कैबिनेट ने नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट जेवर के निर्माण के लिए चयनित सलाहकार प्राइस वॉटर कूपर्स द्वारा तैयार बिड डॉक्यूमेंट में संशोधन की मंजूरी दी है। एयरपोर्ट को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया जा रहा है इस एयरपोर्ट को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया जा रहा है। जेवर एयरपोर्ट से नोएडा की दूरी ...

61 फीसद किसान उठा चुके हैं जमीन का मुआवजा

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ग्रेटर नोएडा :  जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट  की शेष अधिगृहीत जमीन का जिला प्रशासन मंगलवार से यमुना प्राधिकरण को कब्जा देना शुरू करेगा। पांच गांवों की जमीन पर प्राधिकरण को कब्जा देने के साथ ही परियोजना की अस्सी फीसद जमीन मिल जाएगी। परियोजना से प्रभावित गांवों के 61 फीसद से अधिक किसान मुआवजा ले चुके हैं। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। जैसे-जैसे बिड दाखिल करने का समय (30 अक्टूबर) करीब आ रहा है। जमीन पर कब्जा लेने का कार्य तेज हो रहा है। इसी सप्ताह परियोजना की अस्सी फीसद जमीन पर यमुना प्राधिकरण को कब्जा मिल जाएगा। मंगलवार को जिला प्रशासन किशोरपुर व रन्हेरा गांव की जमीन पर प्राधिकरण को कब्जा देगा। 26 सितंबर को रोही व पारोही, 28 सितंबर को दयानतपुर गांव की जमीन पर कब्जा सौंपा जाएगा। जिला प्रशासन अभी तक किसानों को 2303 करोड़ रुपये मुआवजा वितरित कर चुका है। किसानों को 1239 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण के एवज में 3167 करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाना है। परियोजना में कुल 6823 किसानों की जमीन अधिगृहीत की जा रही है। इसमें से 4218 किसान मुआवजा उठा...

एयरपोर्ट क्षेत्र का वैज्ञानिकों ने किया दौरा

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ग्रेटर नोएडा: जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट क्षेत्र में वन्य जीवों के संरक्षण की योजना तैयार करने का काम शुरू हो चुका है। देहरादून स्थित भारतीय वन्यजीव संस्थान के तीन वैज्ञानिकों की टीम जेवर क्षेत्र का दौरा कर चुकी है। दो दिवसीय दौरे में टीम ने जेवर एयरपोर्ट क्षेत्र में वन्य जीवों की मौजूदगी का निरीक्षण किया है। टीम तीस अक्टूबर तक अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप देगी। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पर्यावरणीय संबंधी अनापत्ति जारी करने से पहले केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रलय ने क्षेत्र के वन्य जीवों के संरक्षण पर रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट को तैयार कराने के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी (नियाल) ने देहरादून स्थित भारतीय वन्य जीव संस्थान के साथ एमओयू किया है। शुक्रवार को वन्य जीव संस्थान के तीन वैज्ञानिकों की टीम ने ग्रेटर नोएडा पहुंचकर जेवर एयरपोर्ट क्षेत्र में वन्य जीवों के बारे में जानकारी एकत्र की है। टीम ने दो दिनों तक एयरपोर्ट क्षेत्र में दस किमी के दायरे का दौरा किया है। वहां से एकत्र आंकड़ों के आधार पर टीम अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार करेगी। इस रिपोर्ट को तीस अक्टूबर तक ...

टाउनशिप में बसेंगे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से प्रभावित परिवार

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ग्रेटर नोएडा : जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विस्थापित परिवारों को जेवर बांगर के नजदीक बसाया जाएगा। इसके लिए वहां टाउनशिप विकसित होगी, जिसमें सभी ढांचागत सुविधाएं होंगी। एयरपोर्ट के पहले चरण में 3625 परिवारों को उनके मूल स्थान से हटाकर टाउनशिप में बसाया जाएगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य चल रहा है। पहले चरण के लिए 1239 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है। इसके सापेक्ष 3167 करोड़ मुआवजा वितरित होना है। जिला प्रशासन अधिग्रहण प्रभावित रन्हेरा, किशोरपुर, बनबारीवास, रोही, पारोही, दयानतपुर के किसानों को 845 हेक्टेयर जमीन का 2094 करोड़ रुपये मुआवजा बांट चुका है। 493 हेक्टेयर जमीन का 1,073 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरण और कब्जा लेने की कार्रवाई की जा रही है। जेवर एयरपोर्ट के लिए 3625 परिवारों को विस्थापित किया जाएगा। इन्हें जेवर टप्पल मार्ग व यमुना एक्सप्रेस वे के बीच जेवर बांगर गांव की 48 हेक्टेयर जमीन पर बसाया जाएगा। इसके लिए पुनर्वास एवं पुनव्र्यवस्थापन की योजना तैयार हो चुकी है। इस पर करीब 236 करोड़ खर्च होंगे। परियोजना से कुल 8,991 परिवारों में से कुल 6,366 पर...

जेवर एयरपोर्ट के पास तीन जोन में बसेगा शहर

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ग्रेटर नोएडा : जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के चारों ओर आधुनिक शहर के विकास का खाका तैयार हो गया है। यह क्षेत्र प्राधिकरण के पहले से विकसित हो रहे शहर का पूरक होगा। अर्नेस्ट एंड यंग ने सोमवार को यमुना प्राधिकरण में एयरपोर्ट सिटी पर प्रस्तुतीकरण दिया। एयरपोर्ट सिटी का खाका विश्व के कई देशों में एयरपोर्ट के आसपास बसे शहरों से प्रेरित होकर तैयार किया गया है। यमुना प्राधिकरण की आगामी बोर्ड बैठक में एयरपोर्ट सिटी का प्रस्ताव शामिल किया जाएगा। बोर्ड की मंजूरी के बाद इसे शासन के पास अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। मौजूदा व नया शहर होंगे एक दूसरे के पूरक : यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जेवर के नजदीक इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने जा रहा है। प्राधिकरण एयरपोर्ट के आस पास आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण शहर को बसाने की तैयारी कर रहा है। यह शहर एयरपोर्ट के चारों ओर करीब डेढ़ हजार से दो हजार हेक्टेयर जमीन पर विकसित होगा। इसकी रूपरेखा सलाहकार एजेंसी अर्नेस्ट एंड यंग ने तैयार की है। एयरपोर्ट सिटी तीन जोन में विकसित होगी। एयरपोर्ट के नजदीक तीन किमी के दायरे में यात्री व कार्गो से जुड़ी गतिविधियों के लिए ढांचा तै...

18 माह में जुड़ जाएंगे ईस्टर्न पेरीफेरल व यमुना एक्सप्रेस-वे

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ग्रेटर नोएडा: ईस्टर्न पेरीफेरल व यमुना एक्सप्रेस-वे 18 माह में एक दूसरे से जुड़ जाएंगे। दोनों एक्सप्रेस-वे को जोड़ने के लिए बनने वाले इंटरचेंज की निर्माण कंपनी का चयन हो गया है। दिल्ली की देव एस कंपनी इंटरचेंज का निर्माण करेगी। इसके बनने के बाद वाहन ग्रेटर नोएडा शहर में प्रवेश किए बगैर ईस्टर्न पेरीफेरल व यमुना एक्सप्रेस-वे पर आ जा सकेंगे। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को आइजीआइ एयरपोर्ट (इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट) से कनेक्टिविटी का एक विकल्प भी मिल जाएगा। ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किमी लंबा यमुना एक्सप्रेस-वे व सोनीपत से पलवल के बीच बना ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे एक दूसरे को ग्रेटर नोएडा में क्रास करते हैं। लेकिन दोनों एक्सप्रेस-वे आपस में जुड़े न होने से वाहन चालकों को असुविधा होती है। पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर आने जाने वाले वाहन सिरसा के निकट उतर कर ग्रेटर नोएडा शहर में होते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे पर जीरो प्वाइंट से चढ़ते उतरते हैं। इसमें समय व ईंधन की बर्बादी के साथ जाम का भी सामना करना पड़ता है। ईस्टर्न पेरीफेरल के निर्माण से ही दोनों एक्सप्रेस-वे को आपस में जोड़ने की...

एयरपोर्ट के लिए चार लेन बनेगी यीडा सिटी की मुख्य सड़क

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ग्रेटर नोएडा : जेवर एयरपोर्ट के लिए यीडा सिटी की मुख्य सड़क को चार लेन का किया जाएगा। एयरपोर्ट की चारदीवारी के साथ साथ भी चार लेन की सड़क बनाई जाएगी। एयरपोर्ट पर आने वाले यात्री वाहनों को जाम का झाम न ङोलना पड़े। इसके मद्देनजर यमुना प्राधिकरण मुख्य सड़क के चौड़ीकरण की योजना बना रहा है। जेवर एयरपोर्ट पर शुरुआत में सालाना एक करोड़ बीस लाख यात्री आने का अनुमान है। यात्रियों के साथ जेवर एयरपोर्ट पर हर दिन हजारों वाहन पहुंचेंगे। इससे यीडा सिटी में सड़क पर जाम बड़ी चुनौती बन सकता है। वाहनों की दबाव को देखते हुए यीडा सिटी की मुख्य सड़क को कम से कम चार लेन करने का सुझाव है। यीडा सिटी की मुख्य सड़क साठ मीटर चौड़ी है। सेक्टरों के विकास एवं एयरपोर्ट के साथ सड़क का जेवर तक निर्माण होगा। यमुना प्राधिकरण इस सड़क की चौड़ाई को साठ मीटर से बढ़ाकर सौ मीटर करेगा। ताकि इसे चार लेन का बनाया जा सके। इसके लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध है। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे के निर्माण के दौरान भी विशेष ध्यान दिया गया था कि इसकी वजह से यीडा सिटी की सड़क की चौड़ाई बढ़ाने में किसी तरह की अड़चन न हो। 130 मीटर चौ...

किशोरपुर में एयरपोर्ट की जमीन पर यमुना प्राधिकरण को मिला कब्जा

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ग्रेटर नोएडा : जिला प्रशासन ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए अधिगृहीत 78 हेक्टेयर जमीन पर सोमवार को यमुना प्राधिकरण को कब्जा दे दिया। एयरपोर्ट के लिए 1235 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत होनी है। जिला प्रशासन अभी तक 203 हेक्टेयर जमीन पर प्राधिकरण को कब्जा दे चुका है। एयरपोर्ट क्षेत्र में सबसे अधिक जमीन दयानतपुर व रोही गांव की है। इसमें अभी कब्जा मिलना शेष है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जिला प्रशासन किसानों को मुआवजा वितरण के साथ ही जमीन पर यमुना प्राधिकरण को स्थलीय कब्जा दे रहा है। रन्हेरा व पारोही गांव के बाद सोमवार को जिला प्रशासन ने किशोरपुर गांव की 78 हेक्टेयर जमीन पर यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों को कब्जा दिया।  जिला प्रशासन की ओर से एडीएम एलए बलराम सिंह और एसडीएम न्यायिक विजय शंकर ने यमुना प्राधिकरण के ओएसडी नवनीत गोयल को कब्जा पत्र सौंपा। इसके साथ ही कब्जा प्राप्त जमीन पर प्राधिकरण ने बोर्ड लगा दिए हैं, ताकि वहां किसी तरह का अतिक्रमण न हो सके। जिला प्रशासन बुधवार को रोही गांव में 225 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा देगा। पीएमआइसी की बैठक में क्वेरी पर हुई चर्चा : जेवर इंटरनेशनल...

जेवर एयरपोर्ट के लिए मिली 80 हेक्टेयर जमीन

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यमुना प्राधिकरण ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की जमीन का जिला प्रशासन से मंगलवार को कब्जा ले लिया। जिलाधिकारी ने प्राधिकरण के ओएसडी को जमीन का कब्जा पत्र सौंपा। प्राधिकरण की टीम ने जेसीबी चलाकर जमीन अपने कब्जे में ली। जमीन पर पिलर लगाने का काम शुरू हो गया है। जिला प्रशासन ने शेष पांच गांवों की जमीन पर कब्जे देने का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। जिला प्रशासन एयरपोर्ट की 58 फीसद जमीन का मुआवजा किसानों को वितरित कर चुका है। बारिश के बावजूद जिला प्रशासन व यमुना प्राधिकरण के अधिकारी जमीन के हस्तांतरण के लिए रन्हेरा गांव पहुंचे। पहले जिला प्रशासन ने किसानों से जमीन पर कब्जा लिया। इसके बाद इसे यमुना प्राधिकरण के कब्जे में सौंप दिया गया। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया को जमीन का कब्जा पत्र सौंपा। प्राधिकरण की टीम जमीन पर भौतिक कब्जा लेने के लिए जेसीबी के साथ पहुंची थी। उन्होंने जमीन पर जेसीबी चलाकर उसे कब्जे में ले लिया। Courtesy:- https://epaper.jagran.com/epaper/07-aug-2019-4-delhi-city-edition-delhi-city-page-4.html

यमुना प्राधिकरण आज से शुरू करेगा एयरपोर्ट की जमीन पर कब्जा लेना

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जेवर एयरपोर्ट की बिड प्रक्रिया पूरी होने से पहले सौ फीसद जमीन पर कब्जा लेने की योजना है। बिड में शामिल होने वाली कंपनियों ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (नियाल) के सामने यह शर्त रखी है। कंपनियों की मांग को देखते हुए एयरपोर्ट की जमीन पर कब्जा लेने की शुरुआत मंगलवार से होने जा रही है। यमुना प्राधिकरण जिला प्रशासन से जमीन पर कब्जा लेने की कार्रवाई करेगा। प्राधिकरण कब्जा लेने के लिए पहले ही अधिकारियों की टीम गठित कर चुका है। प्राधिकरण के सामने एयरपोर्ट की जमीन को अवैध कब्जे से बचाने की चुनौती होगी। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। जिला प्रशासन पचास फीसद से अधिक मुआवजा बांट चुका है। लेकिन अभी तक यमुना प्राधिकरण को एयरपोर्ट की जमीन पर कब्जा नहीं मिला है। जमीन पर कब्जा लेने के लिए जिला प्रशासन ने यमुना प्राधिकरण को पत्र भेजा था। इसके बाद प्राधिकरण अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम गठित कर चुका है। मंगलवार से रन्हेरा गांव से जमीन पर कब्जा लेने की शुरुआत होगी। अवैध कब्जे से जमीन को बचाना चुनौती : नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण ...