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Showing posts from December, 2019

जेवर एयरपोर्ट की 25 हेक्टेयर जमीन पर लिया कब्जा

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ग्रेटर नोएडा : जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की 25 हेक्टेयर जमीन पर शुक्रवार को जिला प्रशासन ने कब्जा लेकर यमुना प्राधिकरण को सौंप दिया। इसी के साथ प्रशासन जेवर एयरपोर्ट की 88.29 फीसद जमीन यमुना प्राधिकरण को सौंप चुका है। जिन किसानों की जमीन पर प्रशासन ने शुक्रवार को कब्जा लिया है। वह पहले ही मुआवजा उठा चुके हैं। प्रशासन ने शेष किसानों से भी जल्द मुआवजा उठाकर कब्जा देने की अपील की है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए किशोरपुर, दयानतपुर, रन्हेरा, रोही, पारोही, बनबारीवास गांव की जमीन अधिगृहीत की जा रही है। 1334 हेक्टेयर जमीन में 1239 हेक्टेयर जमीन किसानों की है, जिसका अधिग्रहण जिला प्रशासन ने किया है। इसमें से 992 हेक्टेयर जमीन जिला प्रशासन अक्टूबर में कब्जा लेकर यमुना प्राधिकरण को सौंप चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शेष बीस फीसद जमीन का अधिग्रहण कार्य एक माह में पूरा करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए थे। जिला प्रशासन ने शुक्रवार को रन्हेरा, किशोरपुर व पारोही गांव में 25 हेक्टेयर जमीन पर किसानों से कब्जा लिया। किसान इस जमीन का मुआवजा पहले ही उठा चुके हैं। प्रशासन ने कब्जे मे...

Jewar Inter National Airport: जेवर एयरपोर्ट मेट्रो के लिए तैयार हो रहा फंडिंग पैटर्न

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ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। Jewar International Airport : जेवर एयरपोर्ट मेट्रो की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) से वापस उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) को भेजी जाएगी। यूपीएमआरसी जेवर एयरपोर्ट मेट्रो के लिए फंडिंग पैटर्न तय करेगा। फंडिंग पैटर्न तय होने पर मेट्रो परियोजना पर काम आगे बढ़ेगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मेट्रो कनेक्टिविटी देने के लिए यमुना प्राधिकरण ने डीएमआरसी से डीपीआर तैयार कराई थी। डीएमआरसी ने एक्वा लाइन मेट्रो के नॉलेज पार्क दो स्टेशन से जेवर एयरपोर्ट को जोड़ने पर रिपोर्ट दी है। प्राधिकरण ने मेट्रो के लिए फंडिंग पैटर्न तय करने को शासन को डीपीआर भेजी थी। शासन ने इस रिपोर्ट को एनएमआरसी को अध्ययन व फंडिंग पैटर्न तय करने के लिए भेजा था। हालांकि सरकार ने प्रदेश में विकसित होने वाली मेट्रो परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन को नोडल एजेंसी बना रखा है। इसलिए यमुना प्राधिकरण ने जेवर एयरपोर्ट मेट्रो की डीपीआर को एनएमआरसी से लेकर यूपीएमआरसी को भेजने का आग्रह किया है, ताकि मेट्रो के लिए फं¨...

Uttar Pradesh: Business hub to come up on 500 acres near Jewar airport

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GREATER NOIDA: Nearly 500 acres of land in Sector 29 along the Yamuna Expressway will be used for turning the area around the upcoming Jewar airport into a Business Hub . The project includes a 200-acre textile hub that could give a boost to the ailing garments industry in the city. It will also house a handicraft park and an expo mart in the same facility. The apparel park will have space for about 300 shops and is looking to attract investment worth Rs 3,000 crore, as well as tourists. The cluster would act as a common facility for sale and export of furniture, hard goods, apparels, garments, fashion goods as well as jewelry items. On Saturday, the Yamuna Expressway Industrial Development Authority (YEIDA) declared that the process to identify a consultant for the Textile Hub , being developed in consultation with Noida Apparel Export Cluster, has been initiated. Tenders will be floated soon, officials said. The project is expected to come up next year...

जेवर एयरपोर्ट के साथ किसानों का भी होगा विकास: डा. अरुणवीर सिंह

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जेवर एयरपोर्ट की बिड प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, शिलान्यास कब तक ? देखिये, जेवर एयरपोर्ट के विकासकर्ता का चयन हो चुका है। ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने सबसे अधिक बोली लगाकर बिड जीती है। कंपनी को कंडीशनल लेटर ऑफ अवार्ड जारी कर दिया गया है। लेकिन अभी कुछ औपचारिकताएं हैं, जो पूरी होनी जरूरी हैं। ज्यूरिख एयरपोर्ट कंपनी जेवर एयरपोर्ट के लिए भारत में एक कंपनी का गठन कर उसे पंजीकृत कराएगी। उसे सिक्योरिटी क्लीयरेंस लेना होगा। इसमें कुछ समय लगेगा। जहां तक एयरपोर्ट के शिलान्यास का सवाल है, यह मुख्यमंत्री, प्रदेश सरकार तय करेगी। 2023-24 में व्यवसायिक उड़ान शुरू करने के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी (नियाल) एयरपोर्ट का समयबद्ध निर्माण सुनिश्चित करेगी। जेवर एयरपोर्ट को मेट्रो से जोड़ने के लिए क्या प्रयास हो रहे हैं? जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी सबसे अहम है। एयरपोर्ट पहुंचना जितना आसान व आरामदेह होगा, एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या उतनी ही अधिक होगी। इसलिए एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के विभिन्न विकल्पों पर काम हो रहा है। मेट्रो भी एक विकल्प है। इसके लिए राइट्स से रिपोर्ट तैयार करा...

सड़क से हवा तक जेवर-आइजीआइ एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी का सुझाव

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दोनों एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए राइट्स ने मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट पर सौंपी रिपोर्ट ग्रेटर नोएडा : आइजीआइ (इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट) को वाया तुगलकाबाद जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ा जा सकता है। तुगलकाबाद से नोएडा सेक्टर 142 को मेट्रो से जोड़ने के लिए 15 किमी लंबे ट्रैक के निर्माण की जरूरत होगी। नॉलेज पार्क दो एक्वा लाइन स्टेशन से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक मेट्रो की डीपीआर पहले ही यमुना प्राधिकरण डीएमआरसी से तैयार करा चुका है। राइट्स ने आइजीआइ एयरपोर्ट से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मेट्रो कनेक्टिविटी देने के लिए इस रूट का सुझाव दिया है। दोनों एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए सड़क व हैलीकाप्टर सेवा का भी सुझाव दिया है। रैपिड ट्रेन से कनेक्टिविटी को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम ने अव्यवहारिक बताया है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 2023-24 में व्यावसायिक हवाई सेवा की शुरुआत होगी। शुरुआत में सालाना एक करोड़ बीस लाख यात्री जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मिलने का अनुमान है। सबसे अधिक यात्री दिल्ली, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर समेत एनसीआर से होंगे। आइजीआइ एयरपोर्ट समेत ...

जेवर एयरपोर्ट के लिए कटेंगे छह हजार पेड़, लगेंगे 60 हजार पौधे

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ग्रेटर नोएडा : जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए छह हजार पेड़ों को काटा जाएगा। इन पेड़ों के कटने से हुई पर्यावरण की क्षति की भरपाई के लिए दस गुना पौधे लगाए जाएंगे। पौधारोपण व उसकी देखभाल की जिम्मेदारी वन विभाग की होगी। पौधारोपण यमुना प्राधिकरण क्षेत्र व वन विभाग की जमीन पर होगा। यमुना प्राधिकरण ने वन विभाग को करीब डेढ़ करोड़ रुपये का भुगतान किया है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की गई है। इस जमीन पर लगे छह हजार पेड़ों को काटने की अनुमति वन विभाग ने शर्तों के साथ दी है। हालांकि पेड़ों की कटाई का काम जेवर एयरपोर्ट की डीपीआर तैयार होने पर होगा। छह हजार पेड़ों के कटने से पर्यावरण को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। काटे जाने वाले पेड़ों के एवज में दस गुना यानि साठ हजार पौधे लगाए जाएंगे। यह पौधे तीस हेक्टेयर जमीन पर लगाए जाएंगे। यमुना प्राधिकरण ने पौधारोपण के लिए जमीन चिन्हित की है। यह पौधे प्राधिकरण के हरित क्षेत्र में लगाए जाएंगे। इसके अलावा प्राधिकरण क्षेत्र में खाली पड़ी वन विभाग की जमीन पर भी पौधारोपण होगा। वन विभाग तीन साल तक पौधों की देखभाल भी ...

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट : एग्रीमेंट से पहले होगा सिक्योरिटी क्लीयरेंस

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जासं, ग्रेटर नोएडा: जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कंसेशन एग्रीमेंट करने से पहले की विकासकर्ता कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की सिक्योरिटी क्लीयरेंस (सुरक्षा जांच) की जाएगी। रक्षा मंत्रलय से क्लीन चिट मिलने के बाद ही विकासकर्ता कंपनी के साथ एग्रीमेंट होगा। जेवर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य तीन माह में शुरू होने की उम्मीद है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट  के निर्माण के लिए विकासकर्ता कंपनी के रूप में ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी का चयन हो चुका है। कंपनी ने प्रति यात्री 400.97 रुपये की बोली लगाकर यह बिड जीती है। प्रदेश कैबिनेट ने विकासकर्ता कंपनी को कंडीशनल लेटर ऑफ अवार्ड जारी करने के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी (नियाल)को अधिकृत कर दिया है। लेकिन विकासकर्ता कंपनी के साथ कंसेशन एग्रीमेंट साइन होने से पहले उसकी सुरक्षा जांच की जाएगी। कंपनी को सुरक्षा जांच के लिए नियाल में आवेदन करना होगा। नियाल कंपनी के आवेदन को रक्षा मंत्रलय भेजेगा। मंत्रलय की जांच में कंपनी को क्लीन चिट मिलने के बाद विकासकर्ता कंपनी के साथ कंसेशन एग्रीमेंट साइन किया जाएगा। करीब तीन माह में जेवर एयरपोर्...

Growth Catalyst: Jewar Airport expected to create infra, generate jobs

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The upcoming International Airport at the Jewar township of Greater Noida is expected to be a growth catalyst for the region, say industry analysts, as the project is expected to create urban infrastructure and generate jobs. Accordingly, experts have predicted the project to not only boost the aviation industry but also a host of other sectors such as real estate, hospitality, tourism, transportation, and construction. "Jewar Airport will provide an impetus to the real estate sector in Noida, Greater Noida and Yamuna Expressway," JLL India's Chief Economist Research and REIS Samantak Das told IANS. "Real estate developers and corporates will be encouraged to invest in commercial real estate in the region. It would lead to a jump in investment and infrastructural development leading to rising in demand for both residential and commercial properties." Additionally, Das pointed out that apart from residential, commercial and residential se...

Jewar Airport –creating new opportunities for the Noida-Greater Noida region

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Greater Noida, Uttar Pradesh will soon have its international airport. Presently under construction, the airport is expected to give thrust to the commercial activities resulting in giving an alternative to Gurugram in Haryana. The commercial boost will directly foster the demands for commercial space –giving an attractive opportunity, especially to the real estate developers. The bid to construct the Jewar airport was won by Zurich Airport International. The airport property is spread over 5,000 airports and the first phase is expected to be operational by 2023. Vice-Chairman of Anarock, Santosh Kumar said, “The new airport will not only increase housing demand but also lead to an uptick in commercial developments like office spaces and retail. In fact, office spaces will eventually and inevitably proliferate along the region as rentals will be relatively cheaper than in Gurgaon and Delhi, without compromising on the purchasing power of the consumers they cater to.” ...

Jewar Airport: दिल्ली-UP-हरियाणा समेत देशभर के 7 लाख से अधिक लोगों को मिलेगी नौकरी

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नई दिल्ली/नोएडा [जागरण स्पेशल]। Jewar Inter National Airport: अगले चार साल के भीतर दिल्ली-एनसीआर को मिलने वाला जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के साथ हरियाणा (NCR) और दिल्ली की किस्मत भी बदलने वाला है। जानकारों की मानें तो जेवर एयरपोर्ट के बनते ही यानी 2023 में हवाई उड़ान शुरू होने के साथ ही 7 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने वाला एयरपोर्ट बन जाएगा। देश के सबसे बड़े इस एयरपोर्ट से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों लोगों की भी किस्मत भी बदल जाएगी। सबकुछ ठीक रहा तो जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट खुद एक लाख लोगों को रोजगार देगा तो इसके आसपास 6 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। एक अनुमान के मुताबिक उड़ान से पहले साल में ही करीब 50 लाख यात्रियों के हर साल सफर करने का आकलन है। ऐसे में रोजगार की संभावनाएं 10 लाख से अधिक भी जा सकती हैं। एयरपोर्ट पर 1 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार जानकारों का कहना है कि वर्ष, 2023 में जेयर एयरपोर्ट पर ही एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिल चुका होगा। इसकी एक बड़ी वजह यह है कि यह देश का सबसे बड़ा एयर पोर्ट होगा और उड़ानें भरने के स...

Explained: What Jewar Airport brings to the National Capital Region

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A Swiss company has won the bid for an airport in Jewar, Greater Noida. A look at why the National Capital Region needed an airport other than the one in Delhi, and what other areas will benefit from the project. On November 29, the Swiss company Zurich International Airport AG won the bid for a new airport in Jewar in Greater Noida, near Delhi. The airport is being planned as India’s largest, with a proposed six to eight runways once it is fully operational. What is the need for an Airport at Jewar? The Jewar Airport primarily aims to reduce the load on Delhi’s Indira Gandhi International (IGI) Airport. It will be the third airport in the National Capital Region, after IGI Airport and the newly opened Hindon Airport (in Ghaziabad). Traffic at Jewar Airport is estimated at 12 million passengers per annum in the first phase of the project and expected to go up to 70 million PPA once all phases are completed. The IGI Airport is set to reach its peak capacity of 110 mi...

जेवर एयरपोर्ट पर हर यात्री दूर करेगा प्राधिकरणों की कंगाली

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ग्रेटर नोएडा: कर्जे में डूबे प्राधिकरणों को जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट संजीवनी देगा। एयरपोर्ट से सालाना एक लाख छह हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलेगा। यह राजस्व एयरपोर्ट संचालन के छठवें साल से मिलना शुरू होगा। प्राधिकरणों के साथ प्रदेश सरकार का खजाना भी जेवर एयरपोर्ट से भरेगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रति यात्री सबसे अधिक राजस्व देने वाला एयरपोर्ट होगा। एयरपोर्ट से प्रति यात्री 400.97 रुपये राजस्व मिलेगा। यह राजस्व नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना प्राधिकरण व प्रदेश सरकार में बंटेगा। जेवर एयरपोर्ट में इन चारों की हिस्सेदारी है। प्रदेश सरकार व नोएडा प्राधिकरण को सबसे अधिक फायदा होगा। एयरपोर्ट के लिए गठित कंपनी में प्रदेश सरकार व नोएडा प्राधिकरण दोनों की एयरपोर्ट में 37.5-37.5 फीसद की हिस्सेदारी है। जबकि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण व यमुना प्राधिकरण की 12.5-12.5 फीसद की हिस्सेदारी है। एक लाख छह हजार करोड़ का मिलेगा राजस्व : जेवर एयरपोर्ट से व्यावसायिक उड़ान शुरू होने के छठवें साल से प्रदेश सरकार व प्राधिकरणों को राजस्व मिलना शुरू होगा। सालाना करीब एक लाख छह हजार करोड़ का राजस्व मिलेगा।...

Jewar Airport to boost Noida, Greater Noida property markets

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Similar to any mega infrastructure project, Jewar International Airport too will help revive the property market in nearby areas such as Noida, Greater Noida, and Yamuna Expressway. With Switzerland’s Zurich Airport International AG getting the nod of the UP government’s Project Monitoring and Implementation Committee (PMIC) for its selection as the concessionaire for developing the Greenfield Jewar International Airport in the NCR region, the airport is in the news again. If everything goes as expected, then work on the project will start soon, which will definitely give a boost to the property market in and around the region, although not immediately. Industry experts believe that similar to any mega infrastructure project, Jewar International Airport too will help revive the property market in nearby areas such as Noida, Greater Noida, and the Yamuna Expressway. However, the ‘real’ benefits – in terms of price appreciation and heightened real estate activity in resi...

Big benefits from Jewar Airport for residents of nearby areas! Check top 5

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Jewar Airport is again in the news as Zurich Airport has won the bid to develop it. Once completed, the Jewar International Airport will not only ease traffic at Delhi's IGI Airport but also create multiple job opportunities and give decent impetus to the property market in Noida, Greater Noida and Yamuna Expressway. These markets have been reeling under tremendous pressure over the last three to four years, and require a fresh injection of opportunity and intent to overcome this slump. For an area to become end-user centric and liveable, a massive infrastructure project like Jewar International The airport can definitely make a huge difference. Such projects are invariably followed by more real estate developments including housing, commercial, hospitality, etc. Speaking on the real benefits and the time it would take for them to trickle from the Jewar International Airport is Santhosh Kumar, Vice Chairman – ANAROCK Property Consultants, who said, "Until there ...

Jewar airport bid: Zurich AG gets key panel nod, over to state govt

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Greater Noida : Switzerland’s Zurich Airport International AG, which recently won the contract to build the proposed airport in Jewar, received approval from UP’s Project Monitoring and Implementation Committee (PMIC) on Monday. Sparking renewed hopes for the project and the development of areas around it, the PMIC gave its nod for the selection of the operator as the concessionaire of the Noida International Greenfield Airport. The selected concessionaire is the operator of Zurich airport in Switzerland, along with eight other airports in Latin American cities. It had also built and operated the Bengaluru airport for ten years, before moving out. “The PMIC on Monday recommended the selection of Zurich Airport International AG as the concessionaire for Jewar Airport. The final approval will be given by the state cabinet during its meeting,” said Shailendra Bhatia, the nodal officer for Jewar airport, NIAL. With a bid of Rs 400.97 per passenger, the Zurich airpo...