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Showing posts from October, 2019

अधिकतम राजस्व देने वाली कंपनी को मिलेगा एयरपोर्ट

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ग्रेटर नोएडा: जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए कंपनी चयन का आधार प्रति यात्री मिलने वाला राजस्व है। जो कंपनी प्रति यात्री अधिकतम राजस्व की बोली लगाएगी, जेवर एयरपोर्ट उसी कंपनी को मिलेगा। फाइनेंशियल बिड की मुख्य शर्त यही है। देश में बन रहे ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट में इस शर्त पर कंपनी चयन होने वाला जेवर एयरपोर्ट पहला होगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तकनीकी बिड खुलने के बाद परियोजना निगरानी एवं क्रियान्वयन समिति (पीएमआइसी) की बैठक होगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (नियाल) पीएमआइसी को बिड में शामिल कंपनियों की स्थिति से अवगत कराएगी। बिड में शामिल कंपनियों को दस्तावेजी कमियों को पूरा करने का मौका देने पर विचार हो सकता है। फाइनेंशियल बिड खुलने के बाद प्रदेश कैबिनेट की बैठक में इस पर मुहर लगवाई जाएगी। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए चार कंपनियों ने बिड डाली है। छह नवंबर को तकनीकी बिड खोली जाएगी। इसमें कंपनियों के कार्य अनुभव एवं औसत पूंजी का आंकलन किया जाएगा। प्रदेश में बड़ी परियोजनाओं पर फैसला लेने के लिए गठित पीएमआइसी की बैठक में भी बिड में शामिल कंपनियों की जानकारी साझा की ...

दुनिया में सबसे बड़ा होगा जेवर एयरपोर्ट : योगी

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किसानों ने सीएम को सौंपे परियोजना के लिए भूमि देने के प्रमाण पत्र राज्य ब्यूरो, लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि जेवर में बनने वाला नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट दुनिया में सबसे बड़ा होगा। किसानों द्वार परियोजना के लिए भूमि हस्तांतरण के प्रमाण पत्र सौंपे जाने से उत्साहित योगी ने कहा कि सहमति और संवाद के साथ हुआ यह भूमि अधिग्रहण भी देशभर के लिए उदाहरण है। जेवर एयरपोर्ट के लिए जिन किसानों की भूमि अधिगुहीत की गई है, उन्होंने बुधवार को मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पहुंचकर सरकार को भूमि हस्तांतरित करने के सांकेतिक प्रमाण पत्र सौंपे। सरकार ने दावा किया कि 80 फीसद भूमि अधिगुहीत की जा चुकी है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से प्रदेश की प्रगति और युवाओं के लिए रोजगार के द्वार भी खुलेंगे। साथ ही अब तक अछूते रहे जेवर और आसपास के क्षेत्र का विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों की विकास के प्रति स्पष्ट सोच नहीं थी, जिसकी वजह से प्रदेश पिछड़ता रहा । हमने जेवर के लिए काम शुरू किया। आगरा और कानपुर में सिविल एयरपोर्ट...

गौतमबुद्धनगर ने जमीन अधिग्रहण में पेश की मिसाल

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जमीन अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन से गौतमबुद्ध नगर देशभर में सुर्खियां बटोर चुका है। आंदोलन ने देश की राजनीति को इस हद तक गरमा दिया था कि तत्कालीन यूपीए सरकार को अंग्रेजों के समय से चले आ रहे भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन करना पड़ा था। गौतमबुद्ध नगर ने एक बार फिर जमीन अधिग्रहण को लेकर देश के सामने मिसाल पेश की है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए शांतिपूर्ण तरीके से जमीन अधिग्रहण किया गया है। जिला प्रशासन, यमुना प्राधिकरण व किसानों के बीच बेहतर तालमेल ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसी महत्वाकांक्षी परियोजना को साकार करने में अहम भूमिका निभाई हैं। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन, प्राधिकरण व किसानों की तारीफ की। गौतमबुद्ध नगर जिले का अधिकतर हिस्सा औद्योगिक विकास प्राधिकरण में अधिसूचित हो चुका है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा शहर का रूप ले चुके हैं, जबकि यमुना प्राधिकरण अभी औद्योगिक विकास के प्रारंभिक दौर में ही है, लेकिन गौतमबुद्ध नगर में औद्योगिक विकास के लिए जमीन अधिग्रहण का इतिहास किसानों के खून से रंगा है। मुआवजे की मांग को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अधिसूचित घोड़ी बछेड़ा गांव व यमुना ...

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए चार कंपनियों ने डाली बिड

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जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शिलान्यास की उलटी गिनती शुरू हो गई है। दिसंबर में एयरपोर्ट का शिलान्यास हो सकता है। जेवर एयरपोर्ट के लिए चार कंपनियों ने बिड डाली है। छह नवंबर को तीन बजे एयरपोर्ट की तकनीकी बिड खोली जाएगी। तकनीकी बिड में सफल कंपनियों की फाइनेंशियल बिड 29 नवंबर को खुलेगी। एयरपोर्ट की बिड जमा करने का बुधवार अंतिम दिन था। चार कंपनियों ने एयरपोर्ट के लिए बिड डाली है। बीस कंपनियों ने बिड डाक्यूमेंट खरीदे थे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (नियाल) के अधिकारियों का दावा है कि देश में बन रहे ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए डाली गई सबसे अधिक बिड है। नियाल छह नवंबर को तीन बजे तकनीकी बिड खोलेगी। इसमें सफल कंपनियों की फाइनेंशियल बिड 29 नवंबर को खोली जाएगी। उम्मीद जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर में एयरपोर्ट का शिलान्यास कर सकते हैं। हालांकि शिलान्यास को लेकर अभी नियाल अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं। जेवर एयरपोर्ट के लिए 16 गांव की पांच हजार हेक्टेयर भूमि अधिसूचित है। एयरपोर्ट का पूरी तरह विकास होने पर यह चार से छह रनवे का एयरपोर्ट होगा। एयर...

बिड जमा करने के लिए आज है अंतिम दिन

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जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए बुधवार का दिन अहम है। एयरपोर्ट की बिड जमा करने का अंतिम दिन है। अब तक दो कंपनियों की ओर से बिड जमा कराई जा चुकी है। बीस कंपनियों ने एयरपोर्ट का बिड डॉक्यूमेंट खरीदा था। छह नवंबर को तकनीकी बिड खोली जाएगी। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बिड प्रक्रिया अंतिम पड़ाव की ओर है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (नियाल) ने तीस मई को एयरपोर्ट की वैश्विक बिड जारी की थी। देश-विदेश की कंपनियों ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण एवं संचालन को लेकर रुचि दिखाते हुए बिड डॉक्यूमेंट खरीदे हैं। तीस अक्टूबर को बिड खरीदने एवं जमा कराने की अंतिम तिथि है। हालांकि अब बिड डॉक्यूमेंट की बिक्री होने की उम्मीद नहीं है। दो कंपनियां पहले की बिड जमा कर चुकी हैं। कुछ और कंपनियां अंतिम दिन बिड जमा कर सकती हैं। छह नवंबर को नियाल जेवर एयरपोर्ट की तकनीकी बिड खोलेगी। इसमें अधिकतम छह कंपनियों का ही चयन हो सकता है। तकनीकी बिड में सफल कंपनियों की फाइनेंशियल बिड 29 नवंबर को खोली जाएगी। इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट की बिड प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। वहीं जेवर एयरपोर्ट की पर्यावरण संबंधी अना...

जेवर एयरपोर्ट : दो कंपनियों ने जमा किए टेंडर

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ग्रेटर नोएडा,   जेवर के पास बनने वाले इंटरनैशनल एयरपोर्ट के लिए टेंडर खरीदने व जमा करने के लिए देशी-विदेशी कंपनी आ रही हैं। सबसे पहले दो कंपनियों ने टेंडर भरने के बाद फीस जमा कर दी है। 18 कंपनी टेंडर भरने के लिए तैयारी में लगी हैं। अभी टेंडर जमा करने के लिए 8 दिन बाकी हैं। जिला प्रशासन भी टेंडर खुलने से पहले कम से कम 80 प्रतिशत जमीन अधिग्रहण कर कब्जा देने की तैयारी में लगा है। इस एयरपोर्ट के पहले चरण के निर्माण के लिए 6 गांवों की 1334 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जा रही है। इसके निर्माण के लिए अब तक देशी-विदेशी 20 कंपनियों ने टेंडर खरीदे हैं। टेंडर जमा करने की लास्ट डेट 30 अक्टूबर है। 6 नवंबर को टेंडर की टेक्निकल बिड ओपन होगी। इसके बाद 29 नवंबर को फाइनेंशल बीड के बाद निर्माण करने वाली कंपनी का चयन किया जाएगा। Courtesy :- https://navbharattimes.indiatimes.com/state/uttar-pradesh/noida/jewar-airport-two-companies-submitted-tenders/articleshow/71692837.cms

एयरपोर्ट की बिड में अधिकतम छह कंपनियां ही होंगी सफल

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ग्रेटर नोएडा : जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तकनीकी बिड में अधिकतम छह कंपनियां ही सफल हो सकेंगी। फाइनेंशियल बिड में इनमें से एक कंपनी का अंतिम रूप से चयन किया जाएगा। चयनित कंपनी एयरपोर्ट का निर्माण एवं संचालन करेगी। एयरपोर्ट के लिए अभी तक बीस कंपनियां बिड प्रपत्र खरीद चुकी हैं। हालांकि अभी तक एक भी कंपनी की ओर से बिड नहीं डाली गई है। बता दें कि बिड जमा करने की अंतिम तिथि तीस अक्टूबर है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट( Jewar Airport Projects ) को लेकर देश विदेश की कंपनियों की निगाहें लगी हैं। बिड खरीदने वाली कंपनियों में से चार विदेशी कंपनियां हैं। जबकि देश की सभी प्रमुख कंपनियां जेवर एयरपोर्ट की बिड में रुचि दिखा रही हैं। इससे एयरपोर्ट की बिड को लेकर कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है। छह नवंबर को तकनीकी बिड खुलेगी। नियमानुसार इसमें अधिकतम छह कंपनियां ही सफल हो सकती है। अगर बिड करने वाली कंपनियों की संख्या इससे कम रही तो सभी को फाइनेंशियल बिड में शामिल होने का मौका मिल जाएगा। वहीं, 29 नवंबर को फाइनेंशियल बिड खुलेगी। जेवर एयरपोर्ट से राजस्व बंटवारे को लेकर नई शुरूआत की जा रह...

दिल्ली-NCR को मिलेगा देश का दूसरा सबसे बड़ा हेलीपोर्ट, शुरू हुई तैयारी

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नोएडा [कुंदन तिवारी]। दिल्ली के बाद नोएडा में देश का दूसरा सबसे बड़ा हेलीपोर्ट तैयार होने जा रहा है। इसमें चार हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान करने वाली एजेंसियां संचालन शुरू कर सकती है। नोएडा प्राधिकरण ने मास्टर प्लान 2031 में परियोजना को शामिल कर बोर्ड बैठक में मंजूरी प्रदान कर दी है, सेक्टर-151 ए में 10 एकड़ जमीन चिह्नित हो चुकी है। परियोजना पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर तैयार की गई है। जल्द ही सलाहकार कंपनी का चयन होने वाला है। जल्द ही रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) जारी होगी। जो परियोजना का ब्लू प्रिंट तैयार करेगी। नोएडा में मौजूद एक हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान कंपनी देश में चार एजेंसियां है जो हेलीकाप्टर सेवाएं प्रदान करती है। इसमें पवन हंस व एसआईटीसी के अलावा दो अन्य शामिल है। इसमें पवन हंस का कार्यालय नोएडा सेक्टर-एक में स्थित है। बनाए जाएंगे आठ हेलीपेड सेक्टर-151 ए स्थित हेलीपोर्ट पर हेलीकॉप्टर उतरने के लिए आठ हेलीपेड बनाए जाएंगे। बुङ्क्षकग के लिए केबिन बनेंगे, पार्किंग की भी व्यवस्था होगी। पहले चरण में योजना की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तै...

Greater Noida: Work on textile park near Jewar international airport site to begin soon

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GREATER NOIDA : The development of the textile park near the upcoming Jewar international airport in Sector 29 of Yamuna Expressway Industrial Development Authority (YEIDA) area is to begin later this year, officials said. The cluster, which is expected to be ready in three years, is likely to bring Rs 5,000 cr investment and provide jobs to five lakh. While YEIDA has already allotted 200 acres in the sector to Noida Apparel Export Cluster (NAEC), the latter has demanded the designated 30% land subsidy prior to setting up of units. But this demand has been turned down by UP chief secretary’s empowered committee, saying the subsidy will be given after the units become operational. “The apparel cluster park is a Rs 5,000 crore investment which will give employment opportunities to 5 lakh people. The MoU for the cluster was signed in January 2018. YEIDA had earlier identified 200-acre land in Sector 29, which was given to Noida Apparel Export Cluster (NAEC),” Shailendra Bha...

JEWAR INTERNATIONAL AIRPORT: 1 करोड़ से अधिक यात्रियों को ध्यान में रखकर किया जाएगा निर्माण

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ग्रेटर नोएडा , दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में प्रस्तावित जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण पर 4588 करोड़ रुपया खर्च होगा। बिड में चयनित कंपनी को कम से कम एक करोड़ बीस लाख यात्रियों के हिसाब से जेवर एयरपोर्ट का ढांचा तैयार करना होगा। बता दें कि पहले चरण में दो रन वे प्रस्तावित हैं। इनका निर्माण भी अलग-अलग चरण में जरूरत के हिसाब से होगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट ( Jewar Internationl Airport )  के निर्माण के लिए बिड प्रक्रिया चल रही है। बीस कंपनियां एयरपोर्ट का बिड डॉक्यूमेंट खरीद चुकी हैं। तीस कंपनियों को तीस अक्टूबर तक बिड जमा करानी होगी। 29 नवंबर को एयरपोर्ट का निर्माण करने वाली कंपनी का चयन हो जाएगा। एयरपोर्ट के पहले चरण का कार्य पूरा होते होते इसकी लागत 4588 करोड़ रुपये हो जाएगी। पहले चरण का निर्माण एक करोड़ बीस लाख यात्री सालाना की क्षमता के हिसाब से करना होगा। हालांकि बिड में सफल होने वाली कंपनी इससे अधिक क्षमता के हिसाब से भी ढांचा तैयार कर सकेगी। लेकिन न्यूनतम क्षमता का उसे पालन करना होगा। एयरपोर्ट के चारों चरण क...

जेवर एयरपोर्ट : पहले चरण में आएगी 4.5 हजार करोड़ की लागत

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एनबीटी न्यूज , यीडा जेवर के पास बनाए जाने वाले इंटरनैशनल एयरपोर्ट के पहले चरण में 4 हजार 588 करोड़ रुपये लागत आएगी। निर्माण चार चरणों में होगा। एयरपोर्ट के निर्माण के लिए टेंडर खरीदने और जमा कराने की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर है। निर्माण की टेंडर प्रक्रिया में 20 देशी-विदेशी टेंडर खरीद चुकी हैं। पहले चरण में दो रनवे पर 11 मिलियन पैसेंजर उड़ान भरेंगे। यमुना अथॉरिटी के ओएसडी और जेवर एयरपोर्ट  ( Jewar Airport Project )  के नोडल प्रभारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि एयरपोर्ट के निर्माण के लिए जेवर के पास के 6 गांवों की 1334 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जा रही है। इस एयरपोर्ट को अगले 40-50 साल तक यात्रियों की क्षमता को ध्यान में रख कर बनाया जाएगा। दूसरे चरण के निर्माण पर 5 हजार 983 करोड़ रुपये, तीसरे चरण के निर्माण पर 8 हजार 415 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 2040-50 में चौथे चरण के निर्माण पर 29 हजार 560 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कंपनियों को टेंडर खरीदने के लिए दो लाख 44 हजार रुपये खर्च करने होंगे। Courtesy :- https://navbharattimes.indiatimes.com/state/uttar-pradesh/noida/jewar-airport-the-...

JEWAR INTER NATIONAL AIRPORT: दिल्ली से सटे शहर में 50,000 लोगों को मिलेगा रोजगार

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ग्रेटर नोएडा , जेएनएन। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) क्षेत्र में प्रस्तावित जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar international Airport) की घोषणा के बाद से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र निवेशकों की पसंद बन गया है। 50,000 लोगों को मिलेगा रोजगार ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले समय में यहां पर रोजगार के तमाम अवसर पैदा होंगे। यहां पर हर क्षेत्र में रोजगार मिलेगा। दरअसल, प्राधिकरण ने करीब डेढ़ साल में 180 इकाइयों के लिए जमीन आवंटन की है। इसमें करीब 50,000 लोगों को रोजगार मिलने की बात कही जा रही है। रंग लाई यूपी सरकार की कोशिश उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh government) ने प्रदेश समेत प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए सम्मेलन आयोजित किया था। इसमें भागीदारी करने वाले निवेशकों ने यमुना प्राधिकरण क्षेत्र को भी निवेश के लिए चुना। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की वजह से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र निवेशकों की नजर में आ चुका है। 342 एकड़ भूमि का आवंटन यहां पर बता दें कि प...

जेवर एयरपोर्ट के पास देशी-विदेशी कंपनियों ने दिखाई निवेश में रुचि

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अगले 2 से 3 साल में सवा लाख से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार यमुना सिटी में 180 कंपनियों को प्लॉट अलॉट कर चुकी है अथॉरिटी ग्रेटर नोएडा अब वह दिन दूर नहीं जब यमुना सिटी में रोजगार के द्वार खुलेंगे। जेवर के पास नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट बनाए ( Jewar International Airport )जाने के ऐलान के बाद यमुना सिटी में इंडस्ट्री लगाने के लिए देशी-विदेशी उद्योगपति बड़ी संख्या में आगे आए हैं। अथॉरिटी ने 10 और कंपनियों को इंडस्ट्री लगाने के लिए प्लॉट अलॉट किए हैं। इससे पहले भी अथॉरिटी 170 कंपनियों को प्लॉट अलॉट कर चुकी है। इन कंपनी के चालू होने पर डायरेक्ट और इन डायरेक्ट तौर पर अगले 2 से 3 साल में सवा लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। अनुमान है कि ये कंपनियां हजारों करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। यमुना अथॉरिटी के ओएसडी और निवेश सेल के चेयरमैन शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि यमुना अथॉरिटी एरिया में जेवर के पास इंटरनैशनल एयरपोर्ट की टीईएफआर तैयार करने को लेकर 10 जनवरी 18 को अथॉरिटी ने पीडब्ल्यूसी के साथ एमओयू किया था। अप्रैल 2018 में पीडब्ल्यूसी की सौंपी गई रिपोर्ट को मंजूरी मिल गई। मई 2018 में ना...

RITES SUBMITS PRELIMINARY STUDY REPORT OF JEWAR AIRPORT METRO CORRIDOR

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Noida (Urban Transport News): RITES Limited has submitted its preliminary report to Noida International Airport Limited (NIAL). The detailed project report (DPR) is also expected soon. NIAL is targeted to start flying services from the Jewar Airport in 2023. The district administration is now working on the land acquisition process and handing it over to the Yamuna Expressway and Industrial Development Authority (YEIDA). RITES has suggested the options of road, rapid rail, and metro to connect Noida International Airport (also known as Jewar Airport) with Delhi. RITES has identified two roadways, two rapid rail routes and one metro route to connect Jewar Airport to Delhi. Apart from this, the firm has also suggested widenings of roads to connect Aligarh and Bharatpur cities. Tender for development of International Airport already floated. Over 20 domestic as well s international bidders have purchased the tender documents so far. The last date of closing and submission of th...

एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी पर खर्च करनी होगी मोटी रकम

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ग्रेटर नोएडा : जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली व पड़ोसी जिलों से कनेक्टिविटी देने के लिए भारी भरकम रकम की जरूरत होगी। राइट्स ने एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए तीन विकल्प का सुझाव दिया है। इसमें सड़क, मेट्रो व रैपिड ट्रेन शामिल हैं। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड( नियाल) के अधिकारी सर्वे एजेंसी राइट्स की प्राथमिक व्यवहारिक रिपोर्ट का अध्ययन कर रहे हैं। इसके बाद इसे कंपनी बोर्ड में रखा जाएगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट  से हवाई सेवाओं का संचालन 2023-24 से शुरू करने की योजना है। एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य चल रहा है। नवंबर अंत तक एयरपोर्ट के निर्माण के लिए कंपनी का चयन हो जाएगा। नियाल ने जेवर एयरपोर्ट को दिल्ली समेत आस पास के जिलों से कनेक्टिविटी देने के लिए राइट्स से सुझाव मांगे थे। कंपनी को सौंपी अपनी रिपोर्ट में राइट्स ने सड़क, मेट्रो व रैपिड ट्रेन के वैकल्पिक मार्ग एवं उन पर आने वाली लागत का अनुमान दिया है। हालांकि अगर इन विकल्पों को अमलीजामा पहनाया जाता है तो इस पर भारी भरकम रकम खर्च करनी होगी। एजेंसी ने कनेक्टिविटी  यमुना एक्सप्रेस वे ...

टैक्सी होगी यात्रियों की पहली पसंद

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ग्रेटर नोएडा : जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए यात्रियों की पहली पसंद टैक्सी होगी। करीब 65 फीसद यात्री टैक्सी से एयरपोर्ट तक पहुंचेंगे। बेंगलुरु एयरपोर्ट पर 57 फीसद व दिल्ली में आइजीआइ एयरपोर्ट पर आने जाने के लिए तकरीबन 51 फीसद यात्री टैक्सी का चुनाव करते हैं। मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट रिपोर्ट में विभिन्न विकल्पों का अध्ययन कर यह आंकड़ा पेश किया गया है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 2023-24 में यात्री सेवाएं शुरू होने का अनुमान है। शुरुआत से ही जेवर एयरपोर्ट पर करीब 53 लाख अस्सी हजार यात्रियों का अनुमान लगाया गया है। यह यात्री उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड से होंगे। यात्रियों को जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए ट्रांसपोर्ट परिवहन के विभिन्न माध्यमों की जरूरत होगी। जो कम से कम समय में सुविधाजनक तरीके से यात्रियों को एयरपोर्ट तक पहुंचा सकें। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ( Jewar Inernation Airport ) कंपनी लिमिटेड (नियाल) ने मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट पर राइट्स से रिपोर्ट तैयार कराई है। राइट्स ने एयरपोर्ट से दो सौ किमी की परिधि में आने वाले 43 जिलों क...

20 Companies Show Interest to Develop Jewar Airport

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GREATER NOIDA: As many as 20 national and international companies have shown their interest in the Jewar International Project so far, officials said, as the deadline for submitting queries and seeking response ended on Monday. While the last date to file a tender for the project is October 30, technical bids will be opened on November 6, and financial bids will be opened on November 29. The developer for the airport will be finalized in January 2020. The queries raised were taken up in two meetings — one held on August 19 and another on September 12 — chaired by the UP chief secretary. We had also extended the deadline for submission of queries from September 15 to September 30, so as to address the increasing number of queries — approximately over 200 — that came from the 20 bidders who have purchased the bid document so far,” said Shailendra Bhatia, nodal officer for Noida International Airport Limited (NIAL) that’s handling the project.  According to Bhatia, the ...